Not known Facts About sidh kunjika



श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्

न सूक्तं नापि ध्यानं च, न न्यासो न च वार्चनम्।।

गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:

क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

मनचाहा फल पाने के लिए ये पाठ कर रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करें. देवी की पूजा में पवित्रता बहुत मायने रखती है.

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः

इसके प्रभाव से जातक उच्चाटन, वशीकरण,  मारण, मोहन, स्तम्भन जैसी सिद्धि पाने click here में सफल होता है.

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